क्या आपका नाम पंजीकृत है?
जब आपने इस पृथ्वी पर जन्म लिया तब आपके माता-पिता ने एक जन्म-मरण के पंजीकरण के कार्यालय में आपके जन्म को पंजीकृत किया। जब आप विद्यालय में भर्ती किये गये, जब आप महाविद्यालय में दाखिल हुए, जब आपको नौकरी मिली, जब आपने भूमि या घर खरीदा, जब आपका विवाह हुआ, जब आपने वाहन का लाईसेंस बनवाया, जब आपने बैंक में खाता खोला, जब आपने घर में विद्युत कनेक्शन प्राप्त किया-तब इस संसार में इधर उधर आपका नाम पंजीकृत किया गया। राशन कार्ड में आपका नाम पाया जाता है। इस प्रकार आप अनेक कार्यो में अपने नाम को पंजीकृत करवाने से ही उस-उस अधिकार और भलाईयों को अनुभव कर सकते हैं। इस नाशमान संसार में जीने के लिये इतने अधिक स्थानों में आपका नाम पंजीकृत किया जाना है तो मृत्यु के बाद, हमेशा के अविनाशी नित्य स्वर्ग या मोक्ष में खुशी और शान्ति से राज्य करने के लिए क्या आपका नाम अभी ही उदर पंजीकृत नहीं किया जाना चाहिए? हां! आपका नाम अभी ही वहां पंजीकृत किया जाना होगा।
वहां आपका नाम पंजीकृत किये जाने के लिये आपको क्या करना होगा? उसके लिये आप को परमेश्वर के स्वर्गीय परिवार का एक अंग होकर जन्म लेना होगा। इसके बारे में पवित्र शास्त्र में हम इस प्रकार पढ़ते हैं-”परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उस ने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात् उन्हें जो उसके (प्रभु यीशु) नाम पर विश्वास रखते हैं” (यूबत्रा 1ः12)। प्रभु यीशू पर पूरे हृदय से विश्वास करके, उसे अपना निजी मुक्तिदाता और ईश्वर होकर स्वीकार करने से आप उसकी संतान होकर बदल जायेंगे। उसने ही आपके पापों की सज़ा को कलवरी क्रूस पर अपने ऊपर ले ली और आप के लिये मर गया। ना केवल वह मरा, परन्तू तीसरे दिन जी भी उठा और सदा के लिये जीवित है। अपनी छोटी उमर में अभी तक किए हुए पापों को यदि आप पश्चाताप के साथ, एक-एक करके उससे इकरार करेंगे, तब वह आपके पापों कों क्षमा करके, आपको अपनी सन्तान होकर ग्रहण करेगा। वह आपके हृदय को अपने आनंद और शान्ति से भरेगा। इस प्रकार उसकी सन्तान होकर बदले हुओं से वह इस संसार में रहने के समय कहता है-”इस से आनंदित हो कि तुम्हारे नाम स्वर्ग पर लिखे हैं” (लूका 10ः20)। प्रभु यीशु पर विश्वास करके, पापों की क्षमा को प्राप्त किये हुओं के नाम स्वर्ग में पंजीकृत है। जैसा पवित्र शास्त्र कहता है-”जो कोई परमेश्वर से जन्मा है, वह पाप नहीं करता”, ऐसे लोगों को आगे से पाप नहीं करने और इस पापी संसार में पवित्र जीवन बिताने के लिये, प्रभु यीशु उनकी सहायता करेगा। जब प्रभु यीशु कलवरी क्रूस पर आपके लिये मरा, तब उसने ना केवल आपके पापों को, परन्तू आपके रोगों को भी उठा लिया। इस लिये उस पर विश्वास करने वाले लोग असाध्य रोगों से भी चंगाई पाकर सेहत से जी सकते हैं।
ऐसा होने से, जिनका नाम स्वर्ग में पंजीकृत नहीं हुआ, उनका अंत क्या होगा? मुत्यु के बाद उन पर आने वाले न्याय के बारे में हम ऐसे पढ़ते हैं-”और जिस किसी का नाम जीवन की पुस्तक में लिखा हुआ ना मिला, वह आग की झील में डाला गया” (प्रकाशितवाक्य 20ः15)
प्रभु यीशु का लहू आपके पापों को दूर करके क्षमा देता है और उसका क्रूस आपके श्राप को दूर करके आशीह्य देता है; उसके कोड़े आपके रोगों को दूर करके शिफा देता हैं और उसकी मृत्यु आपके मृत्यु के डर को दूर करके हियाब देती है। प्रभु यीशू के जीवन से आप नित्य जीवन को प्राप्त करेंगे। आपका नाम पृथ्वी में लिखा जायेगा। यह संसार नहीं दे सकता ऐसी सच्ची शान्ति और खुशी को पाने और मृत्यु के बाद स्वर्ग में प्रवेश करने दा सौभाग्य को प्राप्त करने के लिये आज प्रभु यीशु मसीह के पास आयें! प्रभु यीशु पर विश्वास करके निम्नलिखित प्रार्थना करें»
”प्रभु यीशु, मैं तुझ पर विश्वास करके अपने पूरे जीवन को तुझे अर्पण करता हूँ। मेरे पापों को दूर कर, तेरे पवित्र लहू से मुझे धोकर शुद्भ करे ले; मुझे तेरी सन्तान होकर ग्रहण करके स्वर्ग में अभी ही मेरा नाम पंजीकृत कर ले। अब से मैं जीवन भर तेरी सन्तान होकर ही जीऊंगा। आमीन।”
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